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12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची 2023

12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची

आइए इसके बारे में जानें। यहां हम क्या कवर करेंगे:

अगर आप मेडिकल लाइन में जाना चाहते हैं तो इस पोस्ट में मैं 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची ( List of Medical Courses After 12th ) बता रहा हूँ। जिसको पूरा करने के बाद आप मेडिकल के फील्ड में अपना भविष्य बना सकते हैं।

बहुत सारे ऐसे स्टूडेंट्स होते हैं जो 12th में बायोलॉजी लेकर अपनी पढाई पूरी करते हैं। उसके बाद उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है, आगे की पढाई के लिए सही कोर्स का चुनाव करना। किसी भी कोर्स का चुनाव करते वक़्त भविष्य को ध्यान में रखते हुए, कोर्स के स्कोप पर ध्यान देना जरुरी होता है।

मैंने इस आर्टिकल में जो भी कोर्सेज के बारे में बताया हूँ, उसकी डिमांड बहुत ही ज्यादा है और इस कोर्स को करने वाले आज खूब सारा पैसा कमा रहे हैं। उनसे बात करने से साफ़ साफ़ पता चलता है, इस कोर्स को करने वाले के लिए नौकरी और रोजगार की चिंता नहीं होती है। आइये जानते हैं – 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची (List of Medical Courses After 12th )

List of Medical Courses After 12th

इन सभी कोर्सेज को करने के लिए आपको पहले 12th में फिज़िक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी में अच्छे अंक के साथ पास होना जरुरी है। तभी आप इस कोर्स के लिए अच्छे कॉलेज में नामांकन करा सकते हैं।

S.No.Medical CoursesDuration
1.एमबीबीएस ( MBBS )5 साल
2.बीडीएस ( BDS )4 साल
3.बीएससी नर्सिंग ( B Sc Nursing )4 साल
4.जी एन एम ( GNM )3 साल 6 महीने
5.बी. फार्मा ( B. Pharma )4 साल
6.डी. फार्मा ( D. Pharma )3 साल
7.बीएएमएस ( BAMS )5 साल 6 महीने
8.बीयूएमएस ( BUMS )5 साल
9.बीटीपी ( BTP )4 साल
10.बीओटी ( BOT )4 साल 6 महीने

12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची

एमबीबीएस (MBBS) :

एमबीबीएस (MBBS) का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी होता है। इस कोर्स की अवधी 5 साल की होती है। जिसमे 4 साल तक इसकी पढाई और 1 साल की इंटर्नशिप होती है। इस कोर्स में एडमिशन के लिए भारत में Neet Exam पास करना होता है। यह कोर्स पूरा करने के बाद आप बतौर डॉक्टर प्रैक्टिस कर सकते हैं।

अगर आप भी 12th पीसीबी से पास किये हैं, कम से कम 50% अंक प्राप्त किये हैं और आपकी उम्र न्यूनतम 17 वर्ष है, तब नीट परीक्षा पास करके इसके लिए नामांकन करा सकते हैं।

बीडीएस (BDS) :

बीडीएस (BDS) का फुल फॉर्म बेचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी होता है। यह कोर्स भी MBBS के तरह 5 साल का है और इसमें एडमिशन के लिए Neet Exam क्रेक करना होता है। इस कोर्स को करने के बाद आप दांत के डॉक्टर बनते हैं। एक अच्छे डेंटल डॉक्टर की डिमांड हमेशा से बनी रही है। ऐसे में अगर आप 12th में पीसीबी से पास किये हैं, तो यह आपके लिए बढ़िया विकल्प है। आप एक डेंटल डॉक्टर बन सकते हैं।

बीएससी नर्सिंग (B.Sc Nursing) :

बीएससी नर्सिंग (B.Sc Nursing) मेडिकल कोर्सेज में सबसे ज्यादा डिमांड वाला है। इस कोर्स को करने के लिए आपको कोई प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होगी। वही अगर काम फीस में सरकारी कॉलेज से करना चाहते हैं तब आपको प्रवेश परीक्षा पास करना होता है। इस कोर्स को करने में आपको 4 साल लगेगा। उसके बाद आप इंटर्नशिप करते हैं। आप 12th पीसीबी से 50 % के साथ पास हैं तो यह कोर्स करके अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।

इसे जरूर पढ़े : नर्सिंग के क्षेत्र में करियर कैसे बनाये | नर्स कैसे बने 2022 ( 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची )

जी एन एम (GNM) :

जी एन एम (GNM) का फुल फॉर्म जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी होता है। जीएनएम पाठ्यक्रम एक नौकरी-उन्मुख डिप्लोमा कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य व्यक्तियों को दाई का काम सेवाओं पर ध्यान देने के साथ-साथ नर्सिंग में उन्नत कौशल में प्रशिक्षित करना है। इस पाठ्यक्रम की अवधि साढ़े 3 वर्ष है और यह छात्रों को मातृत्व देखभाल के ज्ञान के साथ सक्षम बनाता है। तीन वर्ष का जीएनएम कोर्स पूरा होने के बाद आपको 6 महीने के लिए इंटर्नशिप भी करनी होती है। इसमें आपको किसी हॉस्पिटल में जाकर 6 महीने अपने काम की प्रैक्टिस करनी होती है।

12th सभी विषयों के छात्र जीएनएम पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए योग्य हैं, हालांकि एक विषय के रूप में जीव विज्ञान के साथ विज्ञान के छात्रों को वाणिज्य और कला के छात्रों पर चुना जाता है। कुछ शीर्ष जीएनएम कॉलेजों को १२वीं कक्षा में न्यूनतम ६०% परिणाम की आवश्यकता होती है।

बी. फार्मा ( B. Pharma ) :

B.Pharmacy का पूरा नाम ” Bachelor Of Pharmacy है और यह कोर्स मेडिकल फील्ड का ऐसा कोर्स है जिसे कंपलीट करने के बाद आप किसी गवर्नमेंट जॉब या प्राइवेट जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं

बी फार्मेसी कोर्स को करने के लिए 4 वर्ष का समय लगता है जिसकी एग्जाम 8 सैमेस्टर वाइज होती है, आप बी.फार्मेसी कोर्स को क्लास 12th कंप्लीट करने के बाद कर सकते हैं. जिसमे आपके 45 से 60 प्रतिशत मार्क्स होने चाहिए और अगर आपने 12th साइंस सब्जेक्ट पीसीबी व पीसीएम से कर रखी है तो यह कोर्स आप कर सकते हैं।

इस कोर्स मे आपको मेडिसिन को डेवलप करना, मेडिसिन बनाना, किस बीमारी के लिए कौनसी मेडिसिन देना है, मेडिसिन पर रिसर्च और टेस्ट करना ये सभी आपको इस कोर्स में सिखाया जाता है। ( 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची )

इसे जरूर पढ़े : फार्मेसी में करियर कैसे बनाये | D.Pharma & B.Pharma

डी. फार्मा ( D. Pharma ) :

डी. फार्मा ( D. Pharma ) को Diploma in Pharmacy भी कहा जाता है। यह फार्मेसी विज्ञान का बहुत ही पॉपुलर कोर्स है। D Pharma दवाओं की मैन्यूफैक्चरिंग, मार्केटिंग, दवाओं की क्वालिटी, स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन का विज्ञान है। आजकल हेल्थ केयर मार्किट में Pharmacy expert की काफी डिमांड है। D Pharma 2 वर्ष का कोर्स होता है। इस कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता PCM या PCB बिषय से 12वीं पास है। D Pharmacy कोर्स के बाद आप फार्मासिस्ट के तौर पर आसांनी से जॉब पा सकते हैं।

बीएएमएस ( BAMS ) :

अगर आप आयुर्वेद के डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपको बीएएमएस ( BAMS ) कोर्स करना होगा। बीएएमएस ( BAMS ) का फुल फॉर्म बेचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एन्ड सर्जरी होता है। यह कोर्स साढ़े 5 साल की है। 12th के बाद आप इसके लिए नामांकन करा सकते हैं। कोर्स करने के बाद आपको 1 साल की इंटर्नशिप करनी होगी। उसके बाद आप BAMS डॉक्टर बन जायेंगे।

बीयूएमएस ( BUMS ) :

बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS) एक पूर्णकालिक स्नातक पाठ्यक्रम है, जो विभिन्न प्रकार के यूनानी उपचारों पर केंद्रित है। बीयूएमएस एक 4.5 साल का बैचलर प्रोग्राम है, जिसके बाद 1 साल की इंटर्नशिप होती है, इस प्रोग्राम में विभिन्न प्रकार के व्यायाम, सर्जरी, डायरिया, क्यूपिंग, थैरेपी, डायफोरेसिस, टर्किश बाथ आदि शामिल हैं।

उम्मीदवार जो बीयूएमएस कोर्स करना चाहते हैं, वे कम से कम 50% अंकों के साथ अपने प्रमुख विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, अंग्रेजी वाले किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 + 2 परीक्षा पूरी करने के बाद पात्र हैं। साथ ही कुछ शीर्ष कॉलेजों में प्रवेश नीट, सीपीएटी जैसी प्रवेश परीक्षाओं के अंकों के आधार पर दिया जाता है| छात्र जिस कॉलेज की तलाश कर रहा है, उसके आधार पर पात्रता थोड़ी भिन्न हो सकती है।

बीटीपी ( BTP ) :

बीपीटी का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी (Bachelor of Physiotherapy) होता है फिजियोथेरेपी एक चिकित्सा विज्ञान क्षेत्र है जो उन रोगियों को उपचार प्रदान करने के लिए व्यायाम, मालिश और अन्य तौर-तरीकों जैसे भौतिक एजेंटों का उपयोग करता है। ये एक अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है जिसे फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में पाठ्यक्रम या कार्यक्रम के लिए सम्मानित किया जाता है। इसे BPT के नाम से भी जाना जाता है। जो फिजियोथेरेपी चिकित्सा में बैचलर डिग्री का संक्षिप्त रूप है।

बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी की अवधि 4 वर्ष है। जिसमें 6 महीने की इंटर्नशिप शामिल है। शारीरिक थेरेपी कार्यक्रम भावी छात्रों को मैनुअल थेरेपी, चिकित्सीय व्यायाम और इलेक्ट्रो फिजिकल तौर-तरीकों के अनुप्रयोग जैसे मुख्य कौशल प्रदान करते हैं।

बीओटी ( BOT ) :

बैचलर ऑफ व्यावसायिक थेरेपी (BOT) डिग्री 4 साल के कॉलेज कोर्सवर्क और 6 महीने के फील्ड इंटर्नशिप अनुभव के साथ 4.5 साल का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है। बीओटी के छात्र एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, जनरल मेडिसिन एंड सर्जरी, क्लिनिकल साइकोलॉजी और साइकियाट्री जैसे बेसिक मेडिसिन विषयों का अध्ययन करते हैं। (12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची )

व्यावसायिक चिकित्सक का काम मुख्य रूप से परामर्श सत्र, व्यायाम, कार्यात्मक प्रशिक्षण, सहायक उपकरण और उपकरण, एर्गोनोमिक प्रशिक्षण और पर्यावरण पुनर्गठन और अनुकूलन जैसे उपचार के विभिन्न तरीकों के माध्यम से विकलांग और सीमित लोगों के जीवन, स्थिति और पुनर्वास में सुधार करता है।

इस पोस्ट में मैंने आपको 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची के बारें बताया हूँ। पोस्ट पढ़ने के बाद अगर आपको कुछ भी नयी जानकारी मिली हो तो जरूरतमंद के साथ इस पोस्ट को साझा करें। साथ ही कोई सवाल या सुझाव के लिए कमेंट करें। 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स की सूची पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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