नमस्कार दोस्तों , इस पोस्ट में हम सामान्य भविष्य निधि (GPF) क्या है, जनरल प्रोविडेंट फंड की पूरी जानकारी जानेंगे। हिंदी में सामान्य भविष्य निधि नियम और भविष्य निधि खाते की जानकारी के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
भविष्य निधि (Provident Fund) एक प्रकार का बचत खाता होता है जो एक व्यक्ति के भविष्य के लिए निवेश किए जाते हैं। सरकारी तथा निजी क्षेत्र में इस प्रकार की योजनाएं होती हैं। ये योजनाएं कर्मचारियों के लिए अलग-अलग नामों से जानी जाती हैं। सरकारी क्षेत्र में भविष्य निधि को जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) नाम से जाना जाता है।
जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बचत योजना होती है। इस योजना के अंतर्गत सरकारी कर्मचारी अपनी सैलरी से एक निश्चित राशि जमा करते हैं। इस पैसे का उपयोग कर्मचारी के भविष्य में उनके उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है। जनरल प्रोविडेंट फंड देश में अपनाई जाने वाली अन्य योजनाओं की तुलना में बहुत ही सुरक्षित होती है।
आइये जानतें हैं Gpf के बारे में विस्तार से, ताकि इस संबंध में आपको पूरी जानकारी हो सके।
सामान्य भविष्य निधि क्या है ? – GPF kya hai
सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) एक पेंशन योजना है जो भारत सरकार द्वारा प्रबंधित की जाती है। इस योजना के तहत सरकारी कर्मचारी अपने बुढ़ापे के लिए निवेश करते हैं और इसके बाद वे निर्धारित समय पर एक मासिक पेंशन या एक एकल राशि के रूप में अपना निवेश वापस प्राप्त करते हैं। यह निवेश करने वालों को एक निश्चित धन वृद्धि दर भी प्रदान करता है।
जनरल प्रोविडेंट फंड (General Provident Fund) भारत सरकार के साथ नियोजित कर्मचारियों के लिए एक निवेश योजना है। इस योजना में, सरकारी कर्मचारी अपनी वेतन का न्यूनतम 6% योगदान करते हैं और उनके रिटायरमेंट या सेवानिवृत्ति के समय इकट्ठा फंड के हकदार होते हैं। सदस्यता के लिए अनिवार्य होने के साथ साथ, यह योजना सदस्यों को उनकी मौजूदा स्थिति के अनुसार ब्याज दर के साथ सुरक्षित निवेश करने का अवसर भी प्रदान करती है। GPF का प्रबंधन केंद्रीय सरकार के पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
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जीपीएफ खाता खोलने के लिए कदम
सामान्य भविष्य निधि निवेश एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प है जो निवेशकों को अधिकतम लाभ देता है। यदि आप भी जीपीएफ में निवेश करना चाहते हैं तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- निवेशक खाता खोलें: जीपीएफ में निवेश करने के लिए सबसे पहले आपको एक निवेशक खाता खोलना होगा। इसके लिए आपको अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर आवेदन पत्र भरना होगा। नए निवेशकों को अधिकतम दो खाते खोलने की अनुमति दी जाती है।
- जीपीएफ का चयन करें: निवेशकों को उनके लक्ष्यों, आय के स्रोतों और निवेश अवधि के आधार पर उनकी निवेश योजना के अनुसार जीपीएफ में निवेश करना चाहिए।
- निवेश योजना का चयन करें: जीपीएफ में निवेश करने के लिए निवेशकों को अपनी निवेश योजना का चयन करना होगा। जीपीएफ में विभिन्न निवेश योजनाएं होती हैं, जैसे कि शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म निवेश योजनाएं।
- निवेश की राशि जमा करें: निवेशकों को अपनी निवेश योजना के आधार पर अपनी निवेश राशि का चयन करना होगा। निवेशकों को प्रत्येक महीने नियमित रूप से निवेश राशि जमा करनी होगी। जीपीएफ में न्यूनतम निवेश राशि रू.500 होती है।
- ब्याज दर का चयन करें: निवेशकों को जीपीएफ में निवेश करते समय ब्याज दर का चयन करना होगा। जीपीएफ में ब्याज दर नियमित रूप से बदलती है। निवेशकों को नवीनतम ब्याज दरों की जानकारी रखनी चाहिए और उन्हें अपनी निवेश योजना के अनुसार ब्याज दर चुननी चाहिए।
- निवेश प्रमाणपत्र प्राप्त करें: निवेशकों को जीपीएफ में निवेश करते समय निवेश प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। निवेश प्रमाणपत्र उन्हें निवेश की सभी जानकारी, जैसे निवेश राशि, निवेश योजना, ब्याज दर आदि के बारे में सूचित करता है
इन सभी चरणों का पालन करने के बाद, आप जीपीएफ में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपने सही समय पर सही राशि निवेश की है तो आपको निश्चित रूप से अच्छी लाभ मिलेगी। जीपीएफ निवेश से संबंधित जानकारी को नियमित रूप से अपडेट करते रहने से आप अपने निवेश को समझ सकते हैं और अपने निवेश को और बेहतर बना सकते हैं।
जीपीएफ एक सुरक्षित निवेश है जो ब्याज दर में उछलता नहीं है। इसके अलावा, यह भारत सरकार द्वारा संचालित होता है जो इसे और भी विश्वसनीय बनाता है। यदि आपके पास सुरक्षित निवेश की आवश्यकता है तो जीपीएफ निवेश आपके लिए एक उत्तम विकल्प हो सकता है।
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जीपीएफ निकासी का नियम
- कर्मी 10 साल की सेवा पूरा करने के बाद GPF से राशि निकाल सकता है। अब,यह भुगतान 15 दिनों के भीतर मिल जाता है।
- शिक्षा, शादी जैसी आवश्यकता में कर्मी अपने GPF एकाउंट से 75% तक की राशि निकाल सकता है, या अपने 12 माह के वेतन के बराबर, जो भी कम हो।
- मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में 90% तक। नए नियम में यह 7 दिनों के अंदर मिल जाता है।
- जमीन खरीदने, मकान बनाने, या फिर मकान ऋण चुकाने,पैतृक आवास की मरम्मती के लिए जमा GPF का 75% निकाला जा सकता है।
- गाड़ी खरीदने, कार लोन चुकाने, गाड़ी की मरामती के लिए भी निकासी की जा सकती है। यदि नए गाड़ी खरीदने के लिये राशि निकालनी है, तो यह जमा राशि का 75% या फिर गाड़ी की कीमत का ¾ जो भी कम हो।
- सेवानिवृति से 2 साल पहले बिना कारण बताये 90% तक राशि निकाली जा सकती है।
NOTE: यह आवश्यक है की जिन काम के लिए राशि निकाली गई है ,उसी में राशि खर्च करनी चाहिए।
यदि आप सामान्य भविष्य निधि ( जीपीएफ ) निवेश के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो आप अपने स्थानीय पोस्ट ऑफिस में जा सकते हैं और जीपीएफ निवेश के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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