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सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के साथ मिल रहा 50 लाख का फ्री इंश्योरेंस

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के साथ मिल रहा 50 लाख का फ्री इंश्योरेंस

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश करने का बढ़िया मौका है. अगर आप अभी SIP शुरू करते हैं तो आपको बिना एक्स्ट्रा खर्च के सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के साथ मिल रहा 50 लाख का फ्री इंश्योरेंस जानिए कैसे उठाना है फायदा।

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक प्रकार का निवेश का माध्यम है जिसमे म्यूचुअल फंड निवेशक को म्यूचुअल फंड में एकमुश्त रकम की बजाय समय-समय पर छोटी राशि निवेश करने की इजाजत मिल जाती है। निवेश की आवृत्ति आमतौर पर साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक होती है।

SIP करने पर म्यूचुअल फंड कंपनियां फ्री इंश्योरेंस कवर दे रही हैं. यह कवर निवेश की मंथली रकम का 10 से 20 गुना तक हो सकता है।

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म्यूचुअल फंड निवेशक हैं तो आपके पास सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश करने का सुनहरा मौका है. अगर अभी SIP शुरू करते हैं तो आपको बिना एक्स्ट्रा खर्च के 50 लाख रुपये तक का फ्री इंश्योरेंस मिलेगा. असल में कुछ म्यूचुअल फंड कंपनियां अभी भी ये बेहतरीन ऑफर दे रही हैं, जो उन्होंने देश में लॉकडाउन के समय शुरू किया था. PGIM इंडिया म्यूचुअल फंड, ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और Aditya Birla Sun Life म्यूचुअल फंड शामिल हैं. इंश्योरेंस कवर एसआईपी की किस्त और टेन्योर के आधार पर तय हो रही है.

क्या है ऑफर.. जानिए

ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार पहले साल SIP  की मंथली रकम का 10 गुना अधिक बीमा कवर मिल रहा है. दूसरे साल SIP  की मंथली रकम का 50 गुना और तीसरे साल SIP  की मंथली रकम का 100 गुना अधिक कवर मिल रहा है. PGIM इंडिया म्यूचुअल फंड की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार पहले साल SIP की मंथली रकम का 20 गुना अधिक बीमा कवर मिल रहा है. दूसरे साल SIP की मंथली रकम का 75 गुना और तीसरे साल SIP की मंथली रकम का 120 गुना अधिक कवर मिल रहा है.

इंश्योरेंस कवर अधिकतम कितना

इंश्योरेंस कवर मंथली एसआईपी का 10 से 120 गुना तक हो सकता है. लेकिन अधिकतम इंश्योरेंस कवर 50 लाख रुपये तक का हो सकता है. यह एक फ्री इंश्योरेंस कवर है जिसके लिए SIP शुरू करते समय कोई भी विकल्प चुन सकता है. फंड हाउस 18-51 आयु वर्ग के लोगों को SIP करने पर फ्री बीमा दे रहे हैं. जबकि 55 साल की आयु तक बीमा कवर रहेगा. यानी अगर 40 साल में SIP शुरू करते हैं तो 55 साल की उम्र तक ही फ्री बीमा कवर उपलब्ध होगा.

SIP के साथ शर्त क्या होगी

अगर आपने SIP के साथ बीमा कवर का विकल्प लिया है तो आपको कम से कम 3 साल तक रेगुलर निवेश करना होगा. 3 साल से पहले SIP बंद कर देने पर यह लाभ नहीं मिलेगा. अगर निवेशक इन फंड हाउस के एसआईपी प्लान के साथ निवेश शुरू करते हैं तो उनको बिना मेडिकल जांच के इंश्योरेंस का लाभ मिलना शुरू होगा.

SIP में कैसे खुलेगा आपका अकाउंट

SIP में कैसे खुलेगा आपका अकाउंट

म्युचूअल फंड्स में इन्वेस्ट करने का सबसे अच्छी तरीका एसआईपी यानी सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान है। इसके लिए आप ऑनलाइन अकाउंट खोल सकते हैं। जानें क्या है इसका पूरा तरीका…

सामान्य जानकारी भरें

सबसे पहले आपको ऑनलाइन फॉर्म में अपनी निजी जानकारियां देनी होंगी। इसमें आपका नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर और एड्रेस आदि शामिल होंगे।

डॉक्युमेंट्स अपलोड करें
अगले चरण में आपको अपने पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ के तौर पर किसी दस्तावेज की स्कैन्ड कॉपी को अपलोड करना होगा।

विडियो कॉल
इसके बाद आपको इन-पर्सन वेरिफिकेशन कराना होगा। इसके लिए फंड हाउस की तरफ से आपसे समय पूछा जाएगा, जब वह आपको विडियो कॉल कर सकें। आपको वेबकैम के जरिए अपनी फिजिकल एक्जिसटेंस साबित करनी होगी। आपको अपना पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ तैयार रखना होगा क्योंकि विडियो कॉल के दौरान आपसे इन्हें दिखाने को कहा जा सकता है।

आधार बेस्ड ई-केवाईसी
यदि आपके पास आधार है तो पूरी प्रक्रिया बेहद आसान हो सकती है। अपना आधार नंबर दर्ज करें और फिर ओटीपी के जरिए उसका ऑथेंटिकेशन कराएं। यदि आप आधार के जरिए ई-केवाईसी कराते हैं तो फिर विडियो कॉल के जरिए किसी तरह के वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं होगी। हालांकि यदि आप पैन डिटेल्स नहीं देते हैं तो साल में 50,000 रुपये से ज्यादा का निवेश नहीं कर सकते।

फाइनल स्टेप
इसके बाद आपको फंड हाउस की वेबसाइट पर जाना होगा और नए अकाउंट के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक सर्च करना होगा। इसके बाद लॉग-इन बटन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने नया लिंक खुलेगा और आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन अकाउंट बना सकेंगे। इस दौरान आपको अपनी चेकबुक मोबाइल तैयार रखना होगा।

देनी होंगी बैंक डिटेल्स

बैंक डिटेल्स देनी होंगी और उसके बाद एक ओटीपी के जरिए अकाउंट का वेरिफिकेशन कराना होगा। एक बार अकाउंट बनने के बाद लॉग इन करें और म्युचूअल फंड स्कीम चुनें। इसके बाद एसआईपी डेट सिलेक्ट करें और रिक्वेस्ट सबमिट करें। इसके बाद आपका एसआईपी शुरू हो जाएगा।

सबसे अच्छा रिटर्न देने वाली म्यूचुअल फंड 2021 list

MF स्कीमपिछले 10 साल
में औसतन % का रिटर्न
शुरू करने का
समय
कितने रूपये
से सिप शुरू
उसकी वैल्यू इस वक्त
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ म्यूचुअल फंड स्कीम 15.78 %10 साल पहले 10,000 37.16 लाख
डीएसपी मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीम17.79 %10 साल पहले 10,00030.22 लाख
इंवेसको इंडिया मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीम17.90 % 10 साल पहले 10,00030.41 लाख
एसबीआई स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीम24.43 % 10 साल पहले 10,00043.13 लाख
निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीम22.96 % 10 साल पहले 10,000 39.86 लाख
कोटक स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीम20.01 % 10 साल पहले 10,000 34.03 लाख
कोटक इमर्जिंग इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम19.68 % 10 साल पहले 10,000 33.43 लाख
एक्सिस मिड कैप म्यूचुअल फंड स्कीम19.35 % 10 साल पहले 10,000 32.86 लाख

टॉप 7 परफॉर्मिंग बैलेंस्ड फंड एसआईपी.

  1. BNP Paribas Substantial Equity Hybrid Fund
  2. ICICI Prudential Equity and Debt Fund
  3. Canara Robeco Equity Debt Allocation Fund
  4. Kotak Equity Hybrid Fund
  5. DSP BlackRock Equity and Bond Fund
  6. Axis Triple Advantage Fund
  7. Mirae Asset Hybrid Equity Fund

Q & A

1. क्या छोटे समय के लिए SIP में इन्वेस्ट करना सही है ?

नहीं अगर वास्तव में आप सिप से कुछ अच्छा रिटर्न्स चाहते हैं तो छोटी अवधि के लिए किया गया इन्वेस्ट नुकसानदायक हो सकता है,जितनी लम्बी अवधि का समय आप देंगे ,इन्वेस्ट की वैल्यू उतनी बढ़ेगी, इसीलिए छोटी अवधि के SIP से अच्छे रिटर्न्स की उम्मीद ना करें।

2. क्या अपने SIP इन्वेस्टमेंट से थोड़ा थोड़ा पैसा निकलना सही है ?

निवेशक आमतौर पर जब जरुरत पड़ती है तो अपने SIP इन्वेस्टमेंट से थोड़ा थोड़ा पैसा निकालते हैं और सोचते है बाद में कुछ अमाउंट स्किम में डाल देंगे। बाद में स्किम में अगर आप पैसा डालते है तो जरुरी नहीं की आपका पैसा पहले जैसा ग्रोथ करे।

3. डिविडेंड ऑप्शन और ग्रोथ में क्या अंतर है ?

जब भी म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट कर रहे होते है तो आपको डिविडेंड और ग्रोथ में किसी एक को चुनना होता है। अगर आप डिविडेंड ऑप्शन चुनते हैं तो फण्ड की कम्पाउंडिंग पर निगेटिव असर पड़ता है ,जिसका नुकसान आपको भुगतना होता है। इसमें समय समय पर डेवेन्डेड यानि लाभांश मिलता है जिससे कॉरपस घट जाता है। ग्रोथ चुनने पर लाभांश नहीं मिलता लेकिन कम्पाउंडिंग का पूरा लाभ मिलता और कॉरपस बढ़ता रहता है।

4. क्या मार्केट डाउन होने पर SIP बंद करना चाहिए ?

जानकारी नहीं होने के कारण निवेशक घटा सह कर मार्केट से निकल जाते हैं। ऐसा करना निवेशकों के लिए सबसे बड़ी गलती होगी। अगर आप रणनीति के तहत चलें तो जब बाजार गिरता दिखे तो उसमे कुछ निवेश करे और जब बाजार उछाल में हो तो जरुरत पड़ने पर थोड़ा पैसा आप निकाले।

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