वैलेंटाइन डे के बारें में कौन नहीं जानता, लेकिन वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है, क्या है valentines day का इतिहास, इसके मनाने के पीछे क्या कारण है। इसके बारें में इस पोस्ट में जानेंगे।
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम रागिनी है और मैं इस ब्लॉग की लेखक हूँ। वेलेंटाइन डे के मौके पर मैं आपलोगों से कुछ जानकारियां शेयर करने का सोची। तो आपलोगों से उम्मीद करते हैं, पोस्ट को पढ़ने के बाद comment में बतायेंगे, यह जानकारी आपको कैसी लगी। तो चलिए काम की बात पर आते हैं-
Valentine का मतलब क्या होता है ?
वैलेंटाइन का मतलब हिन्दी में प्रेम होता है। इस इसी आधार पर Valentines day का मतलब प्रेम के दिन। यह प्रेम दिवस आत्मीय स्नेह का दिन होता है !
VALENTINE= प्रेमी,प्रेम,स्नेह,प्रणय,प्रीति,चाह इत्यादि।
वैलेंटाइन डे का क्या है इतिहास ?
प्रेम के दिन तो सभी दिन हो सकते हैं, फिर इस सप्ताह में क्या है ऐसा, जो वैलेंटाइन डे 7 feb – 14 Feb को ही मनाया जाता है। वो भी सभी दिन को एक अलग पहचान है।आखिर वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है ?–
दरअसल, इसके पीछे कुछ इतिहास है। जो भारत में अधिकांश लोगों को नहीं पता है।
Valentine Day कि शुरुआत तीसरी शताब्दी में रोम में हुई थी, रोम मे एक पादरी थे जिनका नाम संत वैलेंटाइन था उन्हीं के नाम पर Valentine Day मनाया जाता है।
हालांकि संत वैलेंटाइन को लेकर एक मत नहीं है, इन्हें लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं, लेकिन सबसे ज्यादा रोमन के राजा क्लॉडियस और संत वैलेंटाइन की कहानियां प्रचलित हैं।
भारत में जितने भी प्रकार के त्यौहार मनाये जाते हैं उन सभी त्योहारों के पीछे एक सच्ची कहानी होती है जो इतिहास के पन्नो पर लिखी गयी है और वो सभी त्यौहार सदियों से चली आ रही है जो एक रिवाज की तरह बन गयी है जिसे सभी लोग अपने अपने तरीके से मनाते हैं।
वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है ?
वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है ? – तीसरी शताब्दी में रोम पर क्लॉडियस का शासन था। क्लॉडियस चाहता था कि वह एक शक्तिशाली शासक बनें। इसलिए उसका ये मानना था कि एक अकेला सिपाही एक शादीशुदा सिपाही के मुकाबले जंग के लिए ज्यादा उचित और प्रभावशाली होता है।
क्योंकि, शादीशुदा सिपाही का ध्यान अपने परिवार पर लगा रहता है कि उसके मर जाने के बाद उसके परिवार का क्या होगा और इसी कारण सिपाही जंग में अपना पूरा ध्यान नहीं लगा पाते हैं।
यही सोच कर राजा क्लॉडियस ने यह ऐलान कर दिया कि उसके राज्य में कोई भी सिपाही शादी नहीं करेगा और अगर किसी ने उसके आदेशों का उल्लंघन किया तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
राजा क्लॉडियस के इस कठोर फैसले से सारे सिपाही काफी दुखी थे। उनको ये भी पता था कि ये फैसला गलत है, लेकिन राजा के डर से किसी ने भी उसके फैसले का विरोध नहीं किया। सभी उसकी आज्ञा को मानने पर मजबूर हो गए।
लेकिन रोम मे रहने वाले संत वैलेंटाइन को राजा कि ये नाइंसाफी मंज़ूर नहीं था। इसलिए संत वैलेंटाइन ने राजा से छुप कर युवा सिपाहियों कि मदद कर उनकी शादियाँ करवाने लगें ।
जो भी सिपाही अपनी प्रेमिका से विवाह करना चाहते थे, वह वैलेंटाइन के पास मदद मांगने जाने लगे और वैलेंटाइन उनकी मदद भी करते थे । उनकी शादियाँ करवा देते थे। इसी तरह संत वैलेंटाइन बहुत से सिपाहियों की गुप्त शादी करवा चुके थे।
संत वैलेंटाइन के इस काम के बारे में राजा क्लॉडियस को पता चल गया। इसलिए राजा ने वैलेंटाइन को सजा-ए-मौत की सजा सुना दी और उन्हें जेल में डाल दिया गया। जेल के अंदर वैलेंटाइन अपनी मौत का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच एक दिन उनसे मिलने जेलर आया।
रोम के लोगों का मानना था कि valentine के पास एक दिव्य शक्ति थी। जिससे वह बीमार लोगों को ठीक कर सकते थे। जेलर कि एक अंधी बेटी थी और जेलर को वैलेंटाइन कि दिव्य शक्ति के बारे में पता था । इसलिए वह वैलेंटाइन के पास जाकर उससे कहने लगा कि वह उसकी बेटी की आंखों कि रोशनी अपनी शक्तियों से लौटा दे।
Valentine एक नेक दिल इंसान थे और वह सबकी मदद करते थे इसलिए उन्होंने जेलर कि भी मदद कि और उसकी बेटी कि आँखें अपनी शक्तियों से ठीक कर दी।
उस दिन से वैलेंटाइन और जेलर कि बेटी कि आपस में गहरी दोस्ती और फिर प्यार हो गया। जेलर कि बेटी को वैलेंटाइन के मौत के बारे में सोच सोच कर गहरा सदमा लग गया था और आखिरकार वह दिन 14 फरवरी आ ही गया, जिस दिन संत वेलेंटाइन को फांसी होने वाली थी।
अपनी मौत से पहले वैलेंटाइन ने जेलर से कागज और कलम मांगा, फिर उस कागज पर उसने जेलर कि बेटी को एक अलविदा संदेश लिखा जिसके आखरी मे उसने “तुम्हारा Valentine” लिखा था और यह वो शब्द है, जिसे लोग आज भी बड़े प्यार से याद करते है।
संत Valentine के इस बलिदान की वजह से 14 फरवरी को उसके नाम पर रखा गया और इस दिन को हर प्यार करने वाले लोग संत वेलेंटाइन को याद करते हैं। एक दूसरे के साथ प्यार बांटते हैं और एक दूसरे को चॉकलेट फूल इत्यादि गिफ्ट देकर अपने प्यार का इज़हार करते हुऐ वेलेंटाइन डे मनाते है।
वैलेंटाइन डे कब मनाया जाता है ?
ये था Valentine Day की क्या है History , वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है ? के बारे में कुछ जानकारी. Valentine day मानाने के सात दिन पहले से ही प्यार का सिलसिला शुरू हो जाता है और लोग हर दिन अलग अलग तरीके से अपने प्यार का जश्न मनाते हैं. मै आपके सामने उन सात दिनों का list नीचे बतायी हूँ। इसे Valentine वीक भी कहते हैं।
Dates | Days |
---|---|
7 फरवरी | Rose Day |
8 फरवरी | Propose Day |
9 फरवरी | Chocolate Day |
10 फरवरी | Teddy Day |
11 फरवरी | Promise Day |
12 फरवरी | Hug Day |
13 फरवरी | Kiss Day |
14 फरवरी | Valentine Day |

Rose Day: सप्ताह का पहला दिन रोज डे होता है जिस दिन प्यार का इजहार करने के लिए लाल गुलाब का आदान-प्रदान किया जाता है। लाल गुलाब अक्सर प्यार और सुंदरता से जुड़े होते हैं। तो, इस रोज डे पर अपने पार्टनर को एक खूबसूरत लाल गुलाब का गुलदस्ता गिफ्ट करने की योजना बनाएं। इस दिन पीले गुलाब का भी आदान-प्रदान किया जाता है। पीला गुलाब शाश्वत मित्रता का प्रतीक है।

Propose Day : यह कहने की जरूरत नहीं है कि इस दिन का क्या महत्व है। प्रपोज डे तब होता है जब आप अपने प्यार और भावनाओं को उस व्यक्ति के सामने व्यक्त करते हैं जिससे आप प्यार करते हैं। यदि आप किसी को यह बताने का इंतजार कर रहे हैं कि आप उनके बारे में कैसा महसूस करते हैं, तो यह सही दिन है। लंबे समय से लंबित प्रस्ताव को भेजे बिना इसे जाने न दें। आज कहो !

Chocolate Day : इसे पूरे वैलेंटाइन वीक का सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला दिन कहा जा सकता है। चॉकलेट किसे पसंद नहीं है? अपने पार्टनर को बेहतरीन चॉकलेट का बॉक्स गिफ्ट करने से सब कुछ ठीक हो सकता है। चॉकलेट के डिब्बे में कुछ भी गलत नहीं हो सकता।

Teddy Day : एक बड़ा मोटा प्यारा टेडी कुछ ऐसा है जिसे कोई “प्यार नहीं कर सकता”। एक टेडी रिश्तों और दोस्तों पर अद्भुत काम कर सकता है जो शायद कड़वे हो गए हों। एक प्यारे और विचारशील उपहार से बेहतर मूड में कुछ भी नहीं बदलता है। टेडीज बचपन और प्यार किए जाने की भावना का प्रतीक है।

Promise Day : नहीं, वादे हमेशा टूटने के लिए नहीं होते! वादे के दिन, आप अपने साथी को उनके साथ मोटा और पतला रहने के लिए प्रतिबद्ध करते हैं; या पतली और पतली हो सकती है, अगर स्थिति आती है। प्यार की शपथ और जीवन भर की प्रतिबद्धता वही है जो वादा दिवस को वैलेंटाइन सप्ताह का सबसे खूबसूरत दिन बनाती है।

Hug Day : क्या आप जानते हैं कि एक आलिंगन किसी व्यक्ति के दुख-दर्द को पल भर में मिटा सकता है? प्यार भरे आलिंगन का ऐसा ही जादू है। किसी रिश्ते में आई कड़वाहट या गलतफहमी को गले लगाना न भूलें। हग डे प्रतिकूलताओं से निपटने में हमारी परिपक्वता का प्रतीक है और एक साथी के अच्छे और बुरे का सामना करने में हमारी संवेदनशीलता कितनी विकसित हुई है।

Kiss Day : चुंबन के साथ अपने प्यार को सील करें! चुंबन के साथ अपने प्यार का इजहार करने से ज्यादा रोमांटिक और क्या हो सकता है। किस डे पर अपने प्यार का सबसे सच्चे तरीके से इजहार करने में संकोच न करें।

Valentine Day : वैलेंटाइन डे (14 फरवरी) सप्ताह का अंत प्यार के दिन, वेलेंटाइन डे के साथ होता है। योजना बनाएं, बाहर जाएं, समय बिताएं, खूब बातें करें, खूब हंसें और हमेशा के लिए एक-दूसरे के लिए प्रतिबद्ध रहें।
वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है
वैलेंटाइन डे कैसे मनाया जाता है ?
हमारे देश भारत को त्योहारों का देश माना जाता है क्यूंकि यहाँ सभी लोग मिल कर एक साथ सारे त्योहारों को खुशियां से मनाते हैं जैसे होली, दिवाली, ईद, क्रिसमस इत्यादि.
उसी तरह , इस दिन को हम प्यार का दिन कहते हैं और हर साल के फ़रवरी माह को प्यार का महीना कहते हैं।
आमतौर पर इसे अपने प्रेमिका यानी Girl friend या Wife के साथ लोग मानते हैं। लेकिन इसे आप आपने सभी चाहने वाले, जिससे आप प्रेम करते हैं, उसके साथ मना सकते हैं। मेरे विचार से अपने परिवार रिस्तेदार के साथ मना सकते हैं।
निष्कर्ष: वैलेंटाइन डे क्यों और कैसे मनाया जाता है।
उम्मीद करते हैं, वैलेंटाइन डे क्यों और कैसे मनाया जाता है , इसके बारें में आपको जानकारी मिल गई। इसके इतिहास को जानने के बाद हमारे लिए इसका महत्व और बढ़ जाता है। पोस्ट अच्छी लगी तो कमेन्ट में बताएं।
Rangoli इस Blog के Author हैं। ब्यूटी टिप्स, लेख, कहानी, हिन्दी Quotes और भी ज्ञान की बातों के बारें में लिखना पसंद करती हैं। आप इन्हें Social Media पर Follow कर सकते हैं।