इस पोस्ट में मैंने नकारात्मक विचार को अपने दिमाग से कैसे निकाले ? इस बारें में विस्तार से बताया है, पूरा पढ़ने के बाद आप अपनी समस्या या सुझाव कमेंट बॉक्स में जरूर दें।
दोस्तों, नकारात्मक(नेगेटिव) सोच हो या सकारात्मक (पॉज़िटिव) दोनों ही हमारे दिमाग की उपज है। नकारात्मक सोच हमे मानसिक तौर पर बहुत परेशान कर देती है और इस नेगेटिव सोच का नकारात्मक असर शरीर पर भी दिखने लगता है। नकारात्मक शब्द सुनकर घबराने से अच्छा है कि आप सकारात्मक सोच की तरफ बढ़े। हर वो मुमकिन प्रयास करें जिससे आप इस नकारात्मक सोच को दूर कर सकें।
आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति ना जाने कितनी बातों से परेशान है और परेशानियों के चलते नकारात्मक(नेगेटिव) सोच का शिकार बन जाता है। हालत ऐसी है कि यदि एक राह चलते हुए व्यक्ति से पूछ लिया जाए कि वो किसी बात से परेशान है तो वो अपनी बहुत सी परेशानियाँ बताने लगेगा। लोग नकारात्मक (नेगेटिव) सोच से भर से गए हैं और इस कारण बहुत दुखी महसूस करते हैं और समझ नहीं पाते कि इस नकारात्मक(नेगेटिव) सोच को ख़त्म कैसे करें।
ये तो आप भी मानेंगे कि यदि आपके जीवन में बहुत सी चीज़ें है जो सही नहीं हो रही है तो वहीँ बहुत सी ऐसी चीज़ें भी है जो बहुत अच्छी हो रही है। इस बात का चुनाव आपको करना है कि आप किन बातों के बारे में सोचना पसंद करेंगे, उन बातों के बारे में जो आपको ख़ुशी और सकारत्मकता से भर देती हैं या उन बातों को जिन्हे सोचकर आप सिर्फ दुखी और नकारात्मक(नेगेटिव) महसूस करते हैं।
नकारात्मक विचार को अपने दिमाग से कैसे निकाले
सकारात्मक सोच की तरफ बढ़ने के लिए इन टिप्स को अपनाएं :
- नकारात्मक सोच से दूर रहने के लिए सकारात्मक बातों के बारे में सोचें (Think Positive)
- नकारात्मक (Negative) सोच से दूर रहना है तो हर छोटी बड़ी ख़ुशी के लिए आभार प्रकट करें
- नकारात्मक सोच रखने वाले लोगों से दूर रहें (Stay Away From Negative People)
- नकारात्मक सोच से बचना है तो नकारात्मक समाचार से दूर रहें
- मन में नकारात्मक विचार आने पर अपने आप से सवाल करें
- मन में नकारात्मक विचार आने पर अपना ध्यान भटकाएं
- नकारात्मक विचारों को अपने मन से बाहर निकालें
- नकारात्मक विचारों से दूर रहना हैं तो क्षमाशील बनिए
- नकारात्मक सोच से दूर रहना है तो जिन बातों पर आपका नियंत्रण नहीं उनके बारे में मत सोचिये
- नकारात्मक सोच को दूर करना है तो सक्रिय बने प्रतिक्रियाशील नहीं
- नकारात्मक सोच को दूर करना है तो योग या साधना करें
नेगेटिव यानी नकारात्मक सोच या विचार के लक्षण क्या हैं ?
- नकारात्मक विचारों के कारण भूख ना लगना
- नकारात्मक विचारों से घिरा हुआ व्यक्ति हमेशा परेशान दिखता है
- नकारात्मकता डर को जन्म देती है
- कई बार जीवन में किसी दुर्घटना या बुरे अनुभव के कारण भी मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं
यह भी पढ़े : किस का त्याग करने पर मनुष्य का मन शांत हो जाता है?
FAQ’s
Q. नेगेटिव विचार आए तो क्या करें?
Ans : नकारात्मक विचार आये तो वैसे लोग से दुरी बनाये जिनकी सोच निगेटिव हो, अपना ध्यान बदलने की कोशिश करें, कॉमेडी वीडियो देखना या संगीत सुनना शुरू कर दें या जीवन के ऐसे सुखद मौके के बारे में सोचना शुरू करे जिससे आपको खुशी मिलती हो। आप साफ़ सफाई के काम शुरू कर सकते हैं या किसी अन्य काम में अपने को बिजी रखें।
Q. ज्यादा नेगेटिव सोचने से क्या होता है ?
Ans : लोग निगेटिव होकर अपनी योग्यताओं और क्षमताओं पर शक करने लगता है, इससे समय बर्बादी के साथ पूरी क्षमता के साथ किये गए कार्य भी सफल नहीं होता है, नकारात्मक विचार जीवन के अच्छे पलों को ख़तम कर रहा होता है और छोटी-छोटी बातो से मन में तनाव महसूस होता है।
Q. व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचार कब आते है?
Ans : जब हम जीवन में अपने आप को अकेला महसूस करते हैं, हमारे पास कोई काम नहीं रहता है या दुःखी रहते हैं तब नकारात्मक ऊर्जा उग्र होता है और हमारे मस्तिष्क में गलत विचार आते हैं।
Q. मन में नकारात्मक विचार क्यों आते हैं?
Ans : जीवन में होने वाली बुरी घटनाओं या अनुभवों को दिमाग से निकालने के वजाय दिमाग में बिठा लेने से मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं।
यह भी पढ़े : क्या करें जब कोई रास्ता न दिखे | 5 महत्वपूर्ण रहस्य