the power of law of attraction : आकर्षण के सिद्धांत की शक्ति
1 min read

the power of law of attraction : आकर्षण के सिद्धांत की शक्ति

आप जो चाहते हैं वो पा सकते हैं, जानिए आकर्षण के सिद्धांत की शक्तियाँ (The power of law of attraction),सफलता प्राप्ति में लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन का महत्व…

आकर्षण के सिद्धांत, जो मानव जीवन की रचना और सफलता को समझाने का एक अद्भुत सिद्धांत है, ये सिद्धांत ( Law ) प्रत्येक इंसान के अंदर छिपी अदृश्य शक्तियों को समझने के लिए एक नया सोच विकसित करता है। हमें बताता है कि हमारी सोच और भावनाएं हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं और कैसे हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सक्षम हो सकते हैं।

दुनियां के महान वैज्ञानिक और हस्तियाँ अपने सफलता में सबसे बड़ा योगदान इन आकर्षण के नियमों को मानते हैं। इस सिद्धांत के बदौलत आप जो चाहते हैं, वह पा सकते हैं।

इस ब्लॉग में हम आकर्षण के सिद्धांत के पीछे छिपी शक्ति (The power of law of attraction) को समझेंगे और कैसे इसे अपने जीवन में उपयोग करके सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और कैसे हम अपनी इच्छाओं को प्राप्त कर सकते हैं।

जरुर खरीदें :

10 best law of attraction books in hindi

The power of law of attraction

आकर्षण सिद्धांत एक ऐसा सत्य है जिसे कोई झुटला नहीं सकता। आपने देखा होगा के कई बार हमारे साथ कुछ बुरा होता है और फिर बुरा होता चला जाता है। हम कहते हैं के मुसीबत कभी भी अकेले नहीं आती। ऐसा क्यों ? क्या कोई जवाब है इसका आपके पास।

इस सबका एक सरल जवाब है: हमारी सोच और भावनाएं हमें उस दिशा में मोड़ने में मदद करती हैं जिस दिशा में हम सोचते हैं। अगर हम अपने दुखों को देखकर दुःखी होते हैं, तो हमें सिर्फ परेशान करने वाली चीजें ही दिखाई देती है और वहीं दुखों को सहने का क्षमता बनाते हैं तो हमारी भावनाएं और सोच हमें इस समस्या का सही समाधान ढूंढ़ने में मदद कर सकती हैं।

आकर्षण का सिद्धान्त क्या है?

किसी भी चीज़ के तरफ खिंचाव को महसूस करना ही आकर्षण हैं और जिन नियमों या सिद्धान्त को अपनाकर हम अपने लक्ष्य को अपने तरफ आकर्षित करते (खींचते) हैं, उसे आकर्षण का सिद्धान्त कहते हैं।

आकर्षण का सिद्धान्त यह सिखाता है कि, हमारी सोच और भावनाएं हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं। इस सिद्धांत के अनुसार, हम जो भी सोचते हैं और महसूस करते हैं, वही हमें मिलता है। अगर हम सकारात्मक रूप से सोचते हैं, तो हमारे चारों ओर की घटनाएं भी सकारात्मक होती हैं।

आकर्षण के सिद्धांत के मौलिक तत्व

  • आत्मविश्वास (Self-Confidence): आकर्षण में सबसे महत्वपूर्ण मौलिक तत्व है आत्मविश्वास। यह तत्व हमें यह बताता है कि हमें अपनी क्षमताओं और योग्यताओं पर पूरा विश्वास होना चाहिए।
  • सकारात्मक सोच (Positive Thinking): सकारात्मक सोच, जिसे आकर्षण में मौलिक माना जाता है, हमें यह बताती है कि हमें हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति में योगदान करने के लिए सकारात्मक भावनाओं को अपनाना चाहिए।
  • उत्साह (Enthusiasm): उत्साह, जो सकारात्मकता और संजीवनी शक्ति है, आकर्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमें हमारे लक्ष्यों की दिशा में उत्साहबढ़ावा देने में मदद करता है।
  • ध्यान (Focus): आकर्षण के सिद्धांत में ध्यान को एक महत्वपूर्ण मौलिक तत्व माना जाता है। हमें अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, ताकि हम उन्हें प्राप्त कर सकें।
  • सामर्थ्य (Belief): आकर्षण के सिद्धांत में आत्म-विश्वास के साथ-साथ विश्वास भी महत्वपूर्ण है। हमें यह मानना चाहिए कि हमारे लक्ष्य पूरे हो सकते हैं और हम इसमें सफल हो सकते हैं।
  • आदर्श परिप्रेक्ष्य (Visualization): यह तत्व हमें यह सिखाता है कि हमें अपने लक्ष्य को पूर्व-दृष्टि से देखना चाहिए। आदर्श परिप्रेक्ष्य से हम अपनी सोच और भावनाओं को लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में मोड़ सकते हैं।

ये मौलिक तत्व आकर्षण के सिद्धांत की शक्तियाँ (The power of law of attraction) हमें सफलता की दिशा में मार्गदर्शन करने में मदद करते हैं और हमें अपने जीवन को सकारात्मक रूप से परिवर्तित करने में सहायक होते हैं।

आकर्षण के सिद्धांत के लाभ:

1. सकारात्मक सोच की शक्ति:

आकर्षण का सबसे महत्वपूर्ण लाभ है- सकारात्मक सोच की शक्ति। यह सिद्धांत हमें सिखाता है कि सकारात्मकता की शक्ति हमारे जीवन को कैसे परिवर्तित कर सकती है। सकारात्मक सोच हमें समस्याओं को देखने का नया दृष्टिकोण प्रदान करती है और हमें अवसरों को पहचानने की क्षमता प्रदान करती है।

2. स्वयं को सही दिशा में मोड़ने का कौशल:

आकर्षण के सिद्धांत के अनुसार, हमारी सोच और भावनाएं हमें उस दिशा में मोड़ने में मदद करती हैं जिस दिशा में हम सोचते हैं। इससे हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में सकारात्मक रूप से मोड़ सकते हैं। यह हमें अपने सपनों की पूर्ति में मदद करता है और सही दिशा में मोड़ने का कौशल सिखाता है।

इसके लाभों में से एक है कि हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सही मार्ग पर रहकर आत्म-समर्थन बढ़ा सकते हैं, जिससे हम जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

आकर्षण के सिद्धांत की प्रमुख सिद्धियाँ

1. व्यक्तिगत और सामाजिक सफलताएँ:

आकर्षण के सिद्धांत के अनुसार, यह समझना महत्वपूर्ण है कि हम जो सोचते हैं और महसूस करते हैं, वही हमें मिलता है। जो व्यक्ति अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सकारात्मक रूप से अपनी सोच को मोड़ता है, उसे व्यक्तिगत सफलता मिलती है। इसके साथ ही, यह उसके सामाजिक जीवन को भी सकारात्मक रूप में प्रभावित करता है और उसे सामाजिक सफलता दिलाता है।

2. विश्वभर में लोगों के अनुभव:

आकर्षण के सिद्धांत को अपनाने वाले लोगों के अनुभव विश्वभर में देखे जा सकते हैं। ये लोग सकारात्मक सोच और उच्च स्तर के आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हुए हैं। उनकी कहानियाँ और अनुभव दूसरों को यह सिखाते हैं कि आकर्षण का सिद्धांत वास्तविकता में कारगर है और सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक हो सकता है।

आकर्षण के सिद्धांत के नियम और सुझाव:

1. सकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा देने वाले नियम:

  • प्रतिदिन सकारात्मक आत्मसमर्थन (Daily Positive Affirmations): अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रतिदिन सकारात्मक मंत्रों का उच्चारण करें, जो आपकी मानसिकता को सकारात्मक बनाए रखें।
  • आकर्षण विचारशीलता (Law of Attraction Journaling): अपने लक्ष्य, सपने, और आकर्षण से संबंधित विचारों को एक डायरी में लिखें। इससे आप अपनी सोच को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं और सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं।
  • सकारात्मक संबंध (Positive Relationships): आपके आस-पास सकारात्मक और समर्थनपूर्ण लोगों के साथ रहने का प्रयास करें। इससे आपकी ऊर्जा में सकारात्मक परिवर्तन हो सकता है।

2. आकर्षण के सिद्धांत को अपनाने के लिए सामान्य सुझाव:

  • लक्ष्य तय करें और उन्हें स्पष्ट रूप से देखें (Set Clear Goals): आपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपने लक्ष्य तय करें और उन्हें स्पष्ट रूप से देखने का प्रयास करें।
  • विचारों को नियंत्रित करें (Control Your Thoughts): नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करें और सकारात्मकता को बढ़ावा दें। योग और मेडिटेशन जैसी ध्यान प्रणालियों का अभ्यास करें।
  • ध्यान और सकारात्मकता की प्रैक्टिस करें (Practice Mindfulness and Positivity): ध्यान और सकारात्मकता की प्रैक्टिस करने से आप अपने विचारों को सकारात्मक बना सकते हैं और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक हो सकते हैं।
  • आत्म-साकारात्मकता (Self-Affirmation): अपनी सकारात्मकता को मजबूत करने के लिए आत्म-साकारात्मकता का अभ्यास करें। अपनी क्षमताओं और सकारात्मक गुणों को मान्यता दें।

आकर्षण के सिद्धांत के सफलता के किस्से:

1. व्यक्तिगत अनुभव या यथार्थ किस्से:

  • कार्य क्षेत्र में सफलता: कई व्यक्तियों ने आकर्षण के सिद्धांत को अपनाया और अपने कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त की। उन्होंने अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से देखा, सकारात्मक विचार किए, और अपनी मेहनत और समर्पण से सफलता प्राप्त की। कुछ उदाहरण: स्टीव जॉब्स, ओप्राह विनफ्री, एलन मस्क, संदीप माहेश्वरी, सोनू शर्मा
  • स्वास्थ्य में सुधार: एक व्यक्ति ने अपनी आर्थिक स्थिति और स्वास्थ्य में सुधार के लिए आकर्षण का सिद्धांत अपनाया। उन्होंने अपने स्वस्थ जीवन की दिशा में सकारात्मक सोच बनाए रखी, और उसने अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत की।
  • संबंध में समृद्धि: लेखिका रॉन्डा बर्न के किताब ‘द सीक्रेट’ इस सदी की बेहतरीन किताबों में से एक है, जिसमें कई ऐसे लोगों के बारे में मैंने पढ़ा है, जो गंभीर बीमारी से ग्रसित थे, इस नियम को अपनाने के बाद उनमें सुधार आया या सेहत बिल्कुल ठीक हो गयी। एक व्यक्ति ने आकर्षण के सिद्धांत को अपनाकर अपने रिश्तों में सकारात्मक परिवर्तन देखा। उन्होंने अपनी भावनाएं और सोच को सकारात्मक बनाए रखकर अपने संबंधों में समृद्धि और संबंध में सुधार देखा।

2. इस सिद्धांत का प्रमुख साकारात्मक प्रभाव:

  • स्वयं-मोटिवेशन: आकर्षण के सिद्धांत का प्रमुख साकारात्मक प्रभाव यह है कि यह व्यक्तियों को स्वयं-मोटिवेट करता है। यह लोगों को उनके लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सक्रिय रूप से काम करने के लिए प्रेरित करता है और उन्हें अपने उच्चतम संभावनाओं की दिशा में मोड़ता है।
  • ऊर्जा और सकारात्मकता: आकर्षण के सिद्धांत को अपनाने से लोग ऊर्जावान और सकारात्मक होते हैं। यह उन्हें आत्मविश्वास में वृद्धि करता है और उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होता है।
  • समृद्धि और आत्म-समर्थन: आकर्षण के सिद्धांत को अपनाने से लोग अपने जीवन में समृद्धि और आत्म-समर्थन का अहसास करते हैं। यह उन्हें अपने जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने की क्षमता प्रदान करता है और उन्हें सफलता की दिशा में मार्गदर्शन करता है।

मेरा अनुभव:

आकर्षण के सिद्धांत का अपने जीवन में अनुप्रयोग:

  • स्वयं-मोटिवेशन में सुधार: मैंने आकर्षण के सिद्धांत को अपने जीवन में एक साकारात्मक दृष्टिकोण के साथ लाने का प्रयास किया है। मैंने अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से देखने का प्रयास किया और सकारात्मक विचारों को अपने मन में बनाए रखने के लिए मेडिटेशन और आत्म-साकारात्मकता की प्रैक्टिस की है। इससे मेरा स्वयं-मोटिवेशन में सुधार हुआ है और मैं अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में अधिक सक्रिय हो रहा हूँ।
  • सकारात्मक संबंध: मैंने यह अनुभव किया है कि आकर्षण के सिद्धांत को अपनाने से मेरे संबंधों में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। मैंने अपनी भावनाओं और सोच को सकारात्मक बनाए रखने के लिए प्रयास किया है और इससे मेरे संबंध में समृद्धि और सहयोग महसूस हो रहा है।

दोस्तों, इन सभी बातों को समझना और फॉलो करना तो महत्वपूर्ण है ही। साथ मे आपको खुद को बदलने और व्यक्तिगत विकास में सहायता हेतु कुछ किताबें भी पढ़ना होगा। यकीन मानिये इस चार किताब को पढ़ने के बाद अगर आप बताए गए राह पर चलेंगे, तो आप दुनियां के 10% सफल लोगों के तरह सोचने लगेंगे। इसमें कोई शक नहीं कि आपकी सोच आपको कोई भी मुकाम हासिल करा सकती है।

अभी आर्डर करें : 4 किताबे उनके लिए जो कुछ बड़ा करने की सोचते हैं ।

समापन:

आकर्षण के सिद्धांत की शक्तियाँ (The power of law of attraction) : आकर्षण के सिद्धांत का सारांश यह है कि – हमारी सोच और भावनाएं हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं। यह हमें यह सिखाता है कि सकारात्मक मानसिकता और सकारात्मक सोच हमें उस दिशा में मोड़ सकती हैं जिस दिशा में हम सोचते हैं। आकर्षण का सिद्धांत हमें यह भी बताता है कि हम कैसे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए अपनी ऊर्जा को एकत्रित कर सकते हैं।

पाठकों से प्रश्न:

  • प्रश्न: क्या आपने आकर्षण के सिद्धांत को अपने जीवन में कैसे अनुप्रयोग किया है और इससे कैसे लाभ उठाया है?
  • प्रश्न: क्या आपके पास आकर्षण के सिद्धांत से संबंधित कोई अनुभव या किस्सा है जिसे आप साझा करना चाहेंगे?
  • प्रश्न: आपको आकर्षण के सिद्धांत के बारे में किस विषय पर और कैसे जानकारी चाहिए ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *