डीमैट अकाउंट क्या है, इसके प्रकार और Demat Account खोलने की प्रक्रिया 2022

डीमैट अकाउंट क्या है, इसके प्रकार और Demat Account खोलने की प्रक्रिया 2024

प्रिय पाठको, इस पोस्ट में आप जानेंगे डीमैट अकाउंट क्या है, डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं और Demat Account खोलने की प्रक्रिया क्या है ?

जब कुछ साल पहले आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते थे, तो वो कंपनी आपको उन शेयर से जुड़े कुछ कागज़ात भेजती थी। वो कागज़ इस बात का सबूत होते थे की आपने उस कंपनी में निवेश किया है, कंपनी में शेयर खरीद रखें है पर Demat Account के आगमन के बाद से सब बदल सा गया है।

अब किसी भी कंपनी में शेयर खरीदने के बाद यानि किसी कंपनी में निवेश करने पर आपको जो सर्टिफिकेट और आपके शेयर की जानकारी इसी डीमैट अकाउंट के द्वारा दी जाती है। आप अपने मोबाइल में डीमैट अकाउंट लॉगिन करके ऑनलाइन सारी जानकारी देख सकते हैं। आइये जानते हैं, इसकी पूरी जानकरी विस्तार से.

आखिर ये डीमैट अकाउंट क्या है और ये इतना जरुरी क्यूँ है ?

जब कोई पहली बार बॉन्ड, स्टॉक, शेयर या सम्बंधित अन्य चीजों में निवेश करने का निर्णय लेते हैं, तो उनके सामने एक नया शब्द आता है Demat Account. डीमैट से आपके सारे दस्तावेज सुरक्षित रहते हैं, आप ट्रेडिंग से जुड़े धोखाधड़ी के नुकसान से भी राहत मिलती है इससे आप आसानी से लोन भी ले सकते हैं और ऑनलाइन ट्रेडिंग से समय की काफी बचत होती है। आप आसानी से शेयर्स को ट्रैक कर सकते हैं। यदि आप भी शेयर बाजार की यात्रा शुरू करना चाहते हैं, तो आज ही अपना डीमैट खाता खोलें।

डीमैट खाता का अर्थ क्या है या यह आपकी सहायता कैसे कर सकता है। इस बारे में तो इस पोस्ट में चर्चा आगे करेंगे, उससे पहले कुछ महत्वपूर्ण बाते आपको जान लेनी चाहिए ।

महत्वपूर्ण बाते : ट्रेडिंग क्या है और Trading से पैसे कैसे कमाते हैं (2024)

डीमैट अकाउंट क्या है ?

शेयर खरीदने, बेचने और शेयर की जानकारी रखने के लिए जिस प्लेटफार्म की आवश्यकता होती है उसे डीमैट अकाउंट ( Demat Account ) कहते हैं।

डीमैट अकाउंट यानि डीमटेरियलाइज्ड अकाउंट एक प्रकार का अकाउंट है जो किसी निवेशक के पास शेयर और सिक्योरिटीज़ की संख्या रिकॉर्ड करता है। सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) द्वारा यह अनिवार्य है कि शेयर ट्रांज़ैक्शन ( शेयर की खरीद – बिक्री ) से पहले आपके पास एक डीमैट अकाउंट हो। डीमैट अकाउंट में कुछ न्यूनतम शुल्क जैसे डीमैट ओपनिंग फीस, वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क (एएमसी), कस्टोडियन फीस और ट्रांज़ैक्शन शुल्क शामिल हैं।

अकाउंट धारक डिपॉजिटरी प्रतिभागी के मध्यस्थता के साथ डीमैट अकाउंट का संचालन करता है। डिपॉजिटरी के कामकाज, रेगुलेशन और निरीक्षण को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

प्रोडक्ट पार्टी ←→ डिपॉजिटरी ←→ इन्वेस्टर / निवेशक 

ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग में डिपॉजिटरी एक महत्वपूर्ण फर्म है। यह एक ट्रेडर या निवेशक को बहुत ही कम समय में डीमैट अकाउंट से स्टॉक / शेयर बेचने की अनुमति देता है। 

उदहारण : डीमैट अकाउंट क्या है ?

जिस प्रकार आपका किसी बैंक में अकाउंट होता है, ठीक उसी प्रकार बहुत सारी कंपनी है, जो डीमैट अकाउंट खोलती है। फर्क इतना सा होता है, बैंक अकाउंट में पैसे जमा रखते हैं, demat account में आपके द्वारा खरीदे गए कम्पनीज़ के शेयर होते हैं। बैंक में पैसे जमा करके पैसे निकालते हैं तो वहीं इसमें पैसे से शेयर खरीदते हैं और शेयर बेच कर पैसे कमाते हैं।

जिस तरह आप किसी एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं, वैसे आप शेयर भौतिक रूप से नहीं निकाल सकते हैं, हाँ किसी व्यक्ति को बेचते हैं तो शेयर का पैसा आपके demat account से लिंक बैंक अकाउंट में आता है।

डीमैट अकाउंट के प्रकार

मुख्य रूप से 3 प्रकार के डीमैट अकाउंट होते हैं। डीमैट अकाउंट का उपयोग भारतीय निवासियों और गैर-निवासी भारतीयों (NRI) द्वारा किया जा सकता है। अपनी आवासीय स्थिति के आधार पर, इन्वेस्टर उनके लिए उपयुक्त डीमैट अकाउंट चुन सकते हैं।

  • रेगुलर डीमैट अकाउंट : रेगुलर डीमैट अकाउंट केवल निवेशकों के लिए उपलब्ध हैं जो आवासीय भारतीय हैं। नियमित डीमैट अकाउंट उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो अपने स्वयं के शेयरों से निपटते हैं। नियमित डीमैट अकाउंट निवेशकों को शेयरों के त्वरित ट्रांज़ैक्शन करने की अनुमति देता है।
  • रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट : रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI के लिए है। नियमित डीमैट अकाउंट धारकों के विपरीत, प्रत्यावर्ती डीमैट अकाउंट धारकों को डीमैट अकाउंट के साथ अपने NRE (अनिवासी बाहरी) अकाउंट को लिंक करना होता है।  NRI को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के नियमों का पालन करना होता है।
  • नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट : नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI के लिए उपलब्ध दूसरा डीमैट अकाउंट विकल्प है। हालांकि, नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI को विदेश में फंड ट्रांसफर करने की अनुमति नहीं देता है। प्रभावी ऑपरेशन के लिए डीमैट अकाउंट से अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग अकाउंट को लिंक करने के लिए इन्वेस्टर को अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। Note : NRI की स्थिति प्राप्त करने से पहले, नियमित डीमैट वाले इन्वेस्टर बिना किसी शेयर के भारत छोड़ने के बाद नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट कैटेगरी में ट्रांसफर कर सकते हैं या नए अकाउंट को पूरी तरह से खोलने का विकल्प चुन सकते हैं। 

Demat Account खोलने की प्रक्रिया

डीमैट खाता खोलना बिल्कुल आसान है। यह दो तरीकों से किया जा सकता है: ऑफ़लाइन और ऑनलाइन। आइए यहाँ हम ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें, इस पर नजर डालते है। नोट : Demat Account खोलने से पहले शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए जरुर पढ़ लें। ताकि आपको ट्रेडिंग से सम्बंधित सभी चीजों का ज्ञान हो।

यहां पर ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने के लिए कुछ चरण दिए गए हैं:

Step 1. अपनी पसंदीदा डीपी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। जैसे : Angel One, Zerodha, ICICI Direct, Upstox और अन्य।

Step 2. अपना नाम, फोन नंबर और निवास के शहर के लिए पूछने वाले सरल लीड फॉर्म को भरें, इसके बाद आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।

Step 3. आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जहाँ ओटीपी दर्ज करें। अपने केवाईसी विवरण जैसे कि जन्म तिथि, पैन कार्ड विवरण, संपर्क विवरण, बैंक खाता विवरण भरें।

Step 4. आपका डीमैट खाता अब खुल गया है! आपको डीमैट खाता नंबर जैसे विवरण अपने ईमेल और मोबाइल पर प्राप्त होंगे।

Step 5. इसके बाद आपको सभी अनुप्रयोगों के लिए आवश्यक केवाईसी विवरण प्रदान करना होता है।

स्वीकृत केवाईसी दस्तावेजों की सूची

एक डीमैट खाता खोलने के लिए, आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी,आपको पहचान के एक प्रमाण और पते के एक प्रमाण की आवश्यकता होगी। यहां स्वीकृत दस्तावेजों की एक सूची दी गई है जो इसके लिए कार्य कर सकती है:

पहचान का प्रमाण

1. पासपोर्ट

2. ड्राइविंग लाइसेंस

3. मतदाता आईडी

4. आईटी रिटर्न

5. बिजली/फोन बिल की सत्यापित प्रति

6. पैन कार्ड

7. बैंक प्रमाणन

8.केंद्रीय या राज्य सरकारी निकाय द्वारा जारी एक फोटो आईडी कार्ड

9.आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई, आईसीएसआई, बार परिषद आदि, तस्वीर के साथ जारी पहचान पत्र 

पते का प्रमाण

1. मतदाता आईडी

2. राशन कार्ड

3. पासपोर्ट

4. ड्राइविंग लाइसेंस

5. बैंक पासबुक/ बैंक स्टेटमेंट

6. छुट्टी और लाइसेंस अनुबंध/बिक्री का अनुबंध

7. आवासीय टेलीफोन/बिजली बिलों की सत्यापित प्रतियां

8. उच्च न्यायालय/सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों द्वारा स्व-घोषणा

9. केंद्रीय या राज्य सरकारी निकाय द्वारा जारी किए गए पते के साथ एक फोटो आईडी कार्ड

10. आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई, आईसीएसआई, बार काउंसिल आदि द्वारा जारी किया गया, तस्वीर और पते के साथ पहचान पत्र।

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निष्कर्ष :

भारत का कोई भी पंजीकृत निवासी आवश्यक दस्तावेज के साथ भारत में एक डीमैट खाता खोल सकता है। यहां तक कि सेबी के तहत कुछ प्रतिबंधों के साथ, अनिवासी–भारतीय भी डीमैट खाता खोल सकते हैं। इस आर्टिकल में मैंने जो आपसे वादा किया था, ( डीमैट अकाउंट क्या है, डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं और Demat Account खोलने की प्रक्रिया क्या है ? ) इसके बारे में पूरी विस्तार से जानकारी देने की कोशिश किया। उम्मीद करता हूँ, आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया होगा। पूरा पढ़ने के बाद अगर आपको कुछ नया सिखने को मिला हो तो कमेंट में जरूर बताएं। साथ ही नीचे लाल नोटिफिकेशन घंटी को दवाकर allow कर दें, हमारे ब्लॉग की सुचना सबसे पहले आपको मिले। धन्यवाद।

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